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बुधवार, 12 सितंबर 2012

पाक हिन्दू

पाकिस्तान में हिन्दुओं के पासपोर्ट बनाने पर अघोषित रोक

पाक में हिन्दुओं की दुकानों में लूटपाट, मकानों पर हमले और महिलाओं को जबरन इस्लाम कबूल करवाने की घटनाओं के बाद तमाम हिन्दू पाकिस्तान से पलायन कर रहे हैं। हिन्दू परिवारों को भारतीय उच्चायोग द्वारा वीजा जारी करने में बरती जा रही नरमी के कारण पाक सरकार ने हिन्दुओं को पासपोर्ट जारी करने पर अघोषित प्रतिबंध लगा दिया है।
भारत के विदेश मंत्री एसएम कृष्णा और पाक की विदेश मंत्री हिना रब्बानी ने हाथ मिलाते हुए नये वीजा समझौते पर हस्ताक्षर करके दुनिया को दोस्ती में गर्माहट आने का संदेश दिया लेकिन हकीकत यह है कि पाकिस्तान में हिन्दुओं को वीजा तो दूर पासपोर्ट बनाने पर तीन महीने से अघोषित प्रतिबंध लगा दिया गया है। कराची स्थित पासपोर्ट कार्यालय पर जून २०१० से अगस्त २०१० तक १५ हजार हिन्दुओं के पासपोर्ट आवेदन पर विचार ही नहीं किया जा रहा है।
पाक में हिन्दुओं का पासपोर्ट बनने पर लगी अघोषित रोक के पीछे वहां हिन्दू लड़कियों के साथ हो रही जोर-जबरदस्ती के बाद हो रहे हिन्दुओं का पलायन मुख्य कारण है। पाक सरकार ने हिन्दुओं के तेजी से हो रहे भारत पलायन को देखते हुए अन्तरराष्ट्रीय मंच पर किरकिरी होने से बचने के लिए यह कदम उठाया है।
सोशल मीडिया पर रोमिंग जर्नलिस्ट के नाम से मौजूद श्री टाइम्स के इस खबरनवीस को पाकिस्तान हिंदू सेवा वेलफेयर ट्रस्ट ने हिंदुओं के पासपोर्ट पर लगे अघोषित प्रतिबंध की जानकारी दी है। पाकिस्तान में हिन्दुओं के साथ हो रहे जुल्म के साथ उनकी बेटियों को अगवा करने के बाद जबरन निकाह करने की बढ़ती घटनाओं के बाद सिंध प्रांत से हिन्दुओं के पलायन को लेकर पाकिस्तान सरकार ने पासपोर्ट जारी करने पर अघोषित रोक लगा रखी है। एक तरफ पाक में हिन्दुओं के पासपोर्ट नहीं बन रहे हैं, दूसरी तरफ पासपोर्ट के बाद भारत आने के लिए वीजा जारी होने के बाद अटारी बॉर्डर पर तीर्थयात्रियों को जबरन रोककर पूछताछ करने की घटनाएं थम नहीं रही हैं।

एसएम कृष्णा और हिना रब्बानी
पाकिस्तान हिंदू सेवा ट्रस्ट की मंगला शर्मा ने इस खबरनवीस को बताया कि छह माह पहले जिन हिन्दुओं ने पासपोर्ट के लिए आवेदन किये हैं, उनको अभी तक पासपोर्ट जारी नहीं किये गये हैं। इसके पीछे वे कारण यह बताती हैं कि पाकिस्तान में हिंदुओं के साथ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नुमाइंदों द्वारा जिस तरह सलूक किया जा रहा है, उसके कारण हिंदू अपने को पाक में महफूज नहीं समझ रहा है। पाकिस्तान हिन्दू सेवा वेलफेयर ट्रस्ट के पास सिंध प्रांत के १४६७० हिन्दुओं के नाम पते मौजूद है, जिनके पासपोर्ट कराची स्थित रीजनल पासपोर्ट आफिस में छह माह से लटके हुए हैं।
हिन्दुओं के पासपोर्ट न बनने के पीछे सिंध व पंजाब प्रांत के हालात के कारण हो रहा हिंदुओं का पलायन है। पाकिस्तान के सिंध प्रांत में घोटकी के रहने वाले विजय तुलस्यानी ऐसे लोगों में शामिल हैं जिन्होंने जनवरी में पासपोर्ट के लिए आवेदन किया लेकिन अभी तक उन्हें पासपोर्ट नहीं मिला। कराची स्थित पासपोर्ट मुख्यालय पर जाने पर जवाब मिलता है अभी हिन्दुओं को पासपोर्ट देने पर सरकार ने रोक लगा रखी है। जब सरकार का आदेश होगा, तभी पासपोर्ट बनेगा।
बताया जा रहा है पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के सलाहकार रहमान मलिक की ओर से मौखिक आदेश के बाद पाक में हिन्दुओं के साथ ऐसा हो रहा है। गौरतलब है पिछले महीने भारत तीर्थ यात्रा पर आने वाले १९१ पाकिस्तानी हिन्दुओं को अटारी बॉर्डर पर रोक लिया गया है। पाकिस्तान के अधिकारियों ने जब उनसे यह वादा करवा लिया कि वह पाक लौटकर आएंगे तभी भारत जाने दिया गया। पाकिस्तानी प्रधान मंत्री के सलाहकार रहमान मलिक ने भारतीय उच्चायोग द्वारा बड़ी संख्या में हिंदू परिवारों को वीजा देने को साजिश करने का बयान पहले ही दे चुके हैं।
पाक में हिन्दुओं की दुकानों में लूटपाट, मकानों पर हमले और महिलाओं को जबरन इस्लाम कबूल करवाने की घटनाओं के बाद तमाम हिन्दू पाकिस्तान से पलायन कर रहे हैं। हिन्दू परिवारों को भारतीय उच्चायोग द्वारा वीजा जारी करने में बरती जा रही नरमी के कारण पाक सरकार ने हिन्दुओं को पासपोर्ट जारी करने पर अघोषित प्रतिबन्ध लगा दिया है। न पासपोर्ट बनेंगे, न हिन्दू भारतीय उच्चायोग से वीजा के लिए मांग करेंगे। पाकिस्तान हिन्दू सेवा वेलफेयर ट्रस्ट की मंगला शर्मा का कहना है वह इस मामले को अन्तरराष्ट्रीय मानवाधिकार मंच पर ले जाने की तैयारी में जुटी हैं।
• दिनेश चन्द्र मिश्र
साभार: रोमिंग जर्नलिस्ट


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