खरनाक हैं गुटखा-तम्बाकू-शराब
प्रयास करें तो आप आसानी से इन्हें छोड़ सकते हैं
आपको बीड़ी सिगरेट की तलब न आए, गुटखा खाने की तलब न लगे, शारब पीने की तलब न लगे! इसके लिए बहुत अच्छे दो उपाय है जो आप बहुत आसानी से कर सकते है। पहला यह कि जिनको बार-बार तलब लगती है, जो अपनी तलब पर नियन्त्रण नहीं कर पाते, इसका मतलब उनका मन कमजोर है। तो पहले मन को मजबूत बनाओ।
लम्बे समय तक तम्बाकू का प्रयोग करने से कई बीमारियां हो सकती हैं। भारत में मरने वाले हर पांच में से दो लोगो की मौत का मुख्य कारण खैनी, गुटखा या तम्बकू है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपनी ताजा रिपोर्ट में खुलासा किया है कि दुनिया भर में 30 साल से ज्यादा उम्र के लगभग 12 फीसदी लोगों की मौत का कारण खैनी, तम्बाकू, गुटखा आदि हैं।
भारत में लगभग 16 प्रतिशत लोग इन्हीं तंबाकू उत्पादनों के सेवन से मर रहे हैं। धुआं रहित तंबाकू सेवन के मामले में भारत सबसे अव्वल देशों में से एक है। रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि धुआं रहित तंबाकू उत्पादों में सबसे ज्यादा सेवन खैनी का होता है। लगभग 91 प्रतिशत महिलाएं धुआं रहित तंबाकू का सेवन करती हैं। इनमें पान और खैनी शामिल है। मोटर्लटी एट्रीब्यूटेबल टू टोबको नामक रिर्पोट के अनुसार, तंबाकू सेवन के कारण 6 सकेंड में एक व्यकित की मौत हो रही है। पूरी दुनिया में लगभग 50 लाख लोगों की मौत का कारण तंबाकू का इस्तेमाल है।
अगले 20 वर्षों में सिगरेट, गुटखा, खैनी, बीड़ी, तंबाकू और हुक्का पीने से पूरी दुनिया में लगभग 6 लाख लोग सेकेंड़ हैंड स्मोकिंग की वजह से मर रहे हैं यानी तंबाकू सेवन करने वाले लोग अपनी ही नहीं बल्कि अपने परिवार और आसपास रहने वाले लोगों की भी जान ले रहे हैं। ग्लोबल अडल्ट टोबैको सर्वे के अनुसार, देश में लगभग 27 लाख लोगों की तम्बाकू का सेवन कर रहे हैं। इनमें से लगभग 9 लाख लोगों की असमय मौत तय है। ग्लोबल यूथ टोबैको (गेट्स) के अनुसार, दिल्ली में 48.2 फीसदी युवा 15 साल से कम की उम्र में ही तम्बाकू का सेवन शुरू कर देते हैं। यहां के 13 लाख लोग पैसिव स्मोकर और 10 लाख लोग गुटखा के रूप में तम्बाकू का सेवन करते हैं। शोध के अनुसार 5 से 10 साल तक लगातार तम्बाकू सेवन करने वाले 30% युवाओं में नपुंसकता पाई गई है।
पुरी पोस्ट नही पढ़ सकते तो यहां click करे- http://youtu.be/6VytOKTVRN0
तलब से ऐसे पाएं छुटकारा
बहुत से लोग नशा छोड़ना चाहते है पर उनसे छूटता नहीं है। बार-बार वे कहते है हमें मालूम है यह गुटका खाना अच्छा नहीं है लेकिन तलब उठ जाती है तो क्या करें? बार-बार लगता है ये बीड़ी सिगरेट पीना अच्छा नहीं है लेकिन तलब उठ जाती है तो क्या करें?
बार-बार महसूस होता है यह शाराब पीना अच्छा नहीं है लेकिन तलब हो जाती है तो क्या करें? तो आपको बीड़ी सिगरेट की तलब न आए, गुटखा खाने की तलब न लगे, शारब पीने की तलब न लगे! इसके लिए बहुत अच्छे दो उपाय है जो आप बहुत आसानी से कर सकते है। पहला यह कि जिनको बार-बार तलब लगती है, जो अपनी तलब पर नियन्त्रण नहीं कर पाते, इसका मतलब उनका मन कमजोर है। तो पहले मन को मजबूत बनाओ।
मन को मजबूत बनाने का सबसे आसान उपाय है पहले थोड़ी देर आराम से पालती मार कर बैठ जाओ जिसको सुख आसन कहते हैं। फिर अपनी आखें बंद कर लो फिर अपनी दायीं (right side) नाक बंद कर लो और खाली बायीं (left side) नाक से सांस भरो और छोड़ो! फिर सांस भरो और छोड़ो, फिर सांस भरो और छोड़ो।
बायीं नाक मे चंद्र नाड़ी होती है और दाई नाक मे सूर्य नाड़ी। चंद्र नाड़ी जितनी सक्रिय (active) होगी उतना इंसान का मन मजबूत होता है और इससे संकल्प शक्ति बढ़ती है। चंद्र नाड़ी जितनी सक्रिय होती जाएगी, आपकी मन की शक्ति उतनी ही मजबूत होती जाएगी। और आप इतने संकल्पवान हो जाएंगे। जो बात आप ठान लेंगे उसको बहुत आसानी से कर लेगें। तो पहले रोज सुबह 5 मिनट तक नाक की right side को दबा कर left side से सांस भरे और छोड़ो। यह एक तरीका है जो बहुत आसान है।
दूसरा एक और तरीका है। आपके घर मे एक आयुर्वेदिक ओषधि है जिसको आप जानते-पहचानते हैं। राजीव भाई ने उसका बहुत इस्तेमाल किया है लोगो का नशा छुड्वने के लिए। उस ओषधि का नाम है अदरक जो सबके घर मे होती है। इस अदरक के छोटे-छोटे टुकड़े कर लो। उस मे नींबू निचोड़ दो और थोड़ा सा काला नमक मिला लो फ़िर इसको धूप मे सूखा लो। सुखाने के बाद जब इसका पूरा पानी सूख जाए तो इन अदरक के टुकड़ो को अपनी जेब में डिब्बी में या पुड़िया बनाकर रखें। जब तलब उठे तो निकालें और चूसें। जब भी दिल करे गुटका या तम्बाकू खाना, बीड़ी-सिगरेट पीनी है तो आप एक अदरक का टुकड़ा निकालें और मुंह मे रखकर चूसना शुरू कर दें। यह अदरक अदभुत चीज है। आप इसे दाँत से काटो मत और सवेरे से शाम तक मुंह मे रखो तो शाम तक आपके मुंह मे सुरक्षित रहेगा। इसको चूसते रहो आपको गुटका खाने की तलब ही नहीं उठेगी। तंबाकू-सिगरेट लेने की इच्छा ही नहीं होगी या शराब पीने का मन ही नहीं करेगा। यह बहुत आसान काम है कोई मुश्किल काम नहीं है।
आप बोलेगे अदरक मैं आखिर ऐसी क्या चीज है ? यह अदरक मे एक ऐसे चीज है जिसे हम रसायनशास्त्र (क्मिस्ट्री) मे कहते है सल्फर। अदरक मे सल्फर बहुत अधिक मात्रा मे है और जब हम अदरक को चूसते है तो यह हमारी लार के साथ मिल कर अंदर जाने लगता है और सल्फर खून मे मिलने लगता है। यह अंदर जाकर ऐसे हारमोन्स को सक्रिय कर देता है जो हमारे नशा करने की इच्छा को खत्म कर देता है।
विज्ञान की शोध के अनुसार यह माना जाता है कि कि कोई आदमी नशा तब करता है जब उसके शरीर मे सल्फर की कमी होती है तो उसको बार बार तलब लगती है बीड़ी सिगरेट तंबाकू आदि की। सल्फर की मात्रा आप पूरी कर दो बाहर से ये तलब खत्म हो जाएगी। इसका राजीव भाई ने हजारो लोगो पर परीक्षण किया और बहुत ही सुखद प्रणाम सामने आए। बिना किसी खर्चे के शराब छूट जाती है बीड़ी सिगरेट शराब गुटका आदि छूट जाता है। आपको यदि ऐसी कोई लत है और आप उससे छुटकारा पाना चाहते हैं तो इसका प्रयोग अवश्कय करके देखें। आप नि:सन्देह सफ़ल होंगे।
इसका दूसरे उपयोग का तरीका भी पढें।
अदरक के रूप मे सल्फर भगवान ने बहुत अधिक मात्रा मे दिया है और सस्ता है। इसी सल्फर को आप होम्योपैथी की दुकान से भी प्राप्त कर सकते हैं। आप कोई भी हो म्योपैथी की दुकान से सल्फर नाम की दावा ले लें। आपको शीशी मे भरी हुई दवा मिलेगी। सल्फर नाम की दावा होम्योपैथी में तरल के रूप मे आती है, प्रवाही के रूप मे आती है जिसको हम Dilution कहते है अँग्रेजी में।
देखने मे ऐसे ही लगेगा जैसे यह पानी है। 5 मिली दवा की शीशी लगभग 5 रुपये में आती है और उस दवा का एक बूंद जीभ पर डाल लें सुबह खाली पेट। फिर अगले दिन और एक बूंद डाल लें। 3 खुराक लेते ही 50 से 60% लोगों की दारू छूट जाती है और जो ज्यादा पियक्कड़ हैं। जिनकी सुबह दारू से शुरू होती है और शाम दारू पर खतम होती है ! वो लोग हफ्ते मे दो दो बार लेते रहे तो एक दो महीने तक करे बड़े बड़े पियकरों की दारू छूट जाएगी। राजीव भाई ने ऐसे-ऐसे पियकाड़ों की दारू छुड़ाई है जो सुबह से पीना शुरू करते थे और रात तक पीते रहते थे उनकी भी दारू छूट गई, बस दो-तीन महीने का समय लगा।
ये सल्फर अदरक मे भी है और होम्योपेथी की दुकान में भी उपलब्ध है जिसे आप आसानी से खरीद सकते है। लेकिन जब आप होम्योपैथी की दुकान पर खरीदने जाएं तो 200 potency या शक्ति की yaa
सल्फ़र 200 दवा मांगें। आप 200 मिली लीटर का बोतल खरीद लें जो शायद 150 रुपए में मिलेगी। आप सैकड़ों लोगो की शराब छुड़वा सकते हैं मात्र एक बोतल से। लेकिन साथ में आप मन को मजबूत बनाने के लिए रोज सुबह बायीं नाक से सांस लें और अपनी इच्छा शक्ति मजबूत अवश्य करें।
अब एक खास बात। बहुत ज्यादा चाय और काफी पीने वालों के शरीर में आर्सेनिक (arsenic) तत्व की कमी हो जाती है। उसके लिए आप arsenic 200 का प्रयोग करें। गुटखा, तम्बाकू खाने वालों और सिगरेट-बीड़ी पीने वालों के शरीर में फ़ॉस्फ़ोरस (phosphorus) तत्व की कमी हो जाती है। उसके लिए आप phosphorus 200 का प्रयोग करें। शराब पीने वाले में सबसे ज्यादा सल्फ़र (sulphur) तत्व की कमी होती है। उसके लिए आप sulphur 200 का प्रयोग करें। अच्छा यही है कि आप शुरुआत अदरक से ही करें।
वन्देमातरम !
एक बार यहाँ जरूर click करे !
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बुधवार, 17 अक्टूबर 2012
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