मोदी आला रे
शुभ सुप्रभात भारत
आइए, आज ज्योतिष की भविष्यवाणी की चर्चा करते हैं। मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने से विश्व में बहुत सारे दुष्परिणाम होंगे।
१. अमेरिका की अर्थ व्यवस्था डूब जायेगी और अमेरिका बरबाद हो जाएगा क्योंकि भारत तब न तो अमेरिका से हथियार खरीदेगा और न ही उसकी बहुराष्ट्रीय कम्पनियों का सामान भारत में बिक सकेगा इसका सबसे बड़ा कारण यह होगा की मोदी जी स्वदेशी को आगे लायेंगे।
२. चीन- जो विश्व की वर्तमान में सबसे उभरती ताकत और अर्थव्यस्था है, वह भी बरबादी के मुहाने पर आ खड़ा होगा। उसका ४०% व्यापार (जो की भारत में चोरी- छिपे डंप होता है) खत्म हो जाएगा। इससे चीन को बहुत बड़ा धक्का लगेगा जिसका कारण होगा मोदी जी का भारतीय व्यापारिक तंत्र को आगे लाना यानी स्वदेसी को आगे लाना।
३. अरब देश, जो कि मरुस्थल में है वहां पर भी सूखा पड़ने की सम्भावना है क्योंकि भारत अपना आत न्यूनतम स्तर पर इन देशो से कर देगा, क्योंकि मोदी जी भारत में सौर उर्जा और प्राकृतिक गैसों के प्रयोग को प्रमुखता देने वाले है जो कि पर्यावरण हितैषी उर्जा होगी इसीलिए अरब देशी में भी कुबुलाहट शुरू हो गयी है।
४. पकिस्तान- जो कि आतंक के बलबूते पर जीता है और आतंकवाद का सबसे बड़ा उत्पादक देश है। उसकी दुकानदारी बंद हो जाएगी क्योंकि मोदी जी के प्रधानमंत्री बन जाने के बाद उसकी एक गलती उसको बर्बाद कर देगी और यह भी हो सकता है की भारत का मानचित्र दुबारा १९४७ से पहले वाली स्तिथि में आ जाएत।
५. कोंग्रेस के बारे में भविष्यवाणी है की वह १३७ साल की उम्र में मर जायेगी। कोंग्रेस का जन्म १८८५ में एक गोरे अंग्रेज के हाथों हुआ था, १३७ साल बाद अर्थात २०२२ में एक गोरे अंग्रेज के हाथो द्वारा ही समाप्त हो जाएगी जिसका कारण बनेगा एक सनातनी पुरुष जो कि अविवाहित होगा अर्थात नरेंद्र मोदी जी के कारण ही कोंग्रेस की अर्थी का सामन बनेगा।
यह इस बार की और भी इंगित करता है की जब किसी देश के आंतरिक मामले अन्य देशो पर प्रभाव डालते हैं तो वह देश निश्चय ही सारे विश्व को अपने प्रभाव में ले आता है। शायद मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से भारत के विश्वगुरु बनने की शुरुआत हो जाए और २०२२ में राष्ट्रघाती कोंग्रेस के सम्पूर्ण नष्ट होने के बाद भारत विश्वगुरु का स्थान प्राप्त कर ले तब भारत का एक रुपैया पचास अमेरिकी डालर के बराबर होगा।
इसीलिए अमेरिका नरेंद्र मोदी जी को वीजा नहीं देता। वह नहीं चाहता की मोदी जी प्रधानमंत्री बनें, पाकिस्तान भी नहीं चाहता, कोंग्रेस भी नहीं चाहती ! इसीलिए सब विघटनकारी शक्तिया एकजुट हो रही है। यह एक महापुरुष के आगमन का संकेत है। मोदी जी प्रधानमंत्री तो भारत के बनेगे पर परिणाम सारा विश्व भुगतेगा।
मित्रो, मोदी जी के प्रधानमंत्री बनते ही भारत में ही नहीं दुनिया में कितने बड़े बदलाव होंगे यह उसकी एक झलक भर है।
माना की अंधेरा घना है, किन्तु दिया जलाना कहाँ मना है!
आशाओं के समुद्र के साथ,
शुभ सुप्रभात
सचिन खरे
।।वन्दे मातरम।।
नरेन्द्र मोदी |
आइए, आज ज्योतिष की भविष्यवाणी की चर्चा करते हैं। मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने से विश्व में बहुत सारे दुष्परिणाम होंगे।
१. अमेरिका की अर्थ व्यवस्था डूब जायेगी और अमेरिका बरबाद हो जाएगा क्योंकि भारत तब न तो अमेरिका से हथियार खरीदेगा और न ही उसकी बहुराष्ट्रीय कम्पनियों का सामान भारत में बिक सकेगा इसका सबसे बड़ा कारण यह होगा की मोदी जी स्वदेशी को आगे लायेंगे।
२. चीन- जो विश्व की वर्तमान में सबसे उभरती ताकत और अर्थव्यस्था है, वह भी बरबादी के मुहाने पर आ खड़ा होगा। उसका ४०% व्यापार (जो की भारत में चोरी- छिपे डंप होता है) खत्म हो जाएगा। इससे चीन को बहुत बड़ा धक्का लगेगा जिसका कारण होगा मोदी जी का भारतीय व्यापारिक तंत्र को आगे लाना यानी स्वदेसी को आगे लाना।
३. अरब देश, जो कि मरुस्थल में है वहां पर भी सूखा पड़ने की सम्भावना है क्योंकि भारत अपना आत न्यूनतम स्तर पर इन देशो से कर देगा, क्योंकि मोदी जी भारत में सौर उर्जा और प्राकृतिक गैसों के प्रयोग को प्रमुखता देने वाले है जो कि पर्यावरण हितैषी उर्जा होगी इसीलिए अरब देशी में भी कुबुलाहट शुरू हो गयी है।
४. पकिस्तान- जो कि आतंक के बलबूते पर जीता है और आतंकवाद का सबसे बड़ा उत्पादक देश है। उसकी दुकानदारी बंद हो जाएगी क्योंकि मोदी जी के प्रधानमंत्री बन जाने के बाद उसकी एक गलती उसको बर्बाद कर देगी और यह भी हो सकता है की भारत का मानचित्र दुबारा १९४७ से पहले वाली स्तिथि में आ जाएत।
५. कोंग्रेस के बारे में भविष्यवाणी है की वह १३७ साल की उम्र में मर जायेगी। कोंग्रेस का जन्म १८८५ में एक गोरे अंग्रेज के हाथों हुआ था, १३७ साल बाद अर्थात २०२२ में एक गोरे अंग्रेज के हाथो द्वारा ही समाप्त हो जाएगी जिसका कारण बनेगा एक सनातनी पुरुष जो कि अविवाहित होगा अर्थात नरेंद्र मोदी जी के कारण ही कोंग्रेस की अर्थी का सामन बनेगा।
यह इस बार की और भी इंगित करता है की जब किसी देश के आंतरिक मामले अन्य देशो पर प्रभाव डालते हैं तो वह देश निश्चय ही सारे विश्व को अपने प्रभाव में ले आता है। शायद मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से भारत के विश्वगुरु बनने की शुरुआत हो जाए और २०२२ में राष्ट्रघाती कोंग्रेस के सम्पूर्ण नष्ट होने के बाद भारत विश्वगुरु का स्थान प्राप्त कर ले तब भारत का एक रुपैया पचास अमेरिकी डालर के बराबर होगा।
इसीलिए अमेरिका नरेंद्र मोदी जी को वीजा नहीं देता। वह नहीं चाहता की मोदी जी प्रधानमंत्री बनें, पाकिस्तान भी नहीं चाहता, कोंग्रेस भी नहीं चाहती ! इसीलिए सब विघटनकारी शक्तिया एकजुट हो रही है। यह एक महापुरुष के आगमन का संकेत है। मोदी जी प्रधानमंत्री तो भारत के बनेगे पर परिणाम सारा विश्व भुगतेगा।
मित्रो, मोदी जी के प्रधानमंत्री बनते ही भारत में ही नहीं दुनिया में कितने बड़े बदलाव होंगे यह उसकी एक झलक भर है।
माना की अंधेरा घना है, किन्तु दिया जलाना कहाँ मना है!
आशाओं के समुद्र के साथ,
शुभ सुप्रभात
सचिन खरे
।।वन्दे मातरम।।
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